भावना
अस्तेहो हजुर गरिबके जिन्दगि, घर छोर्के बिदेश जाइ पर्ना ।
बिहानसे रात सम आनक काममा धाइ पर्ना ।।
कैसिक जिउ अकेलि मै, तोहर बिना जिये नि सेकथु ।
जत्रा भुलाई खोज्लेसेफे ,सपना मा तुहिन किल देख्थु।।
रोजल जैसिन निरह्थ ।
खोजल जैसिन निरहथ बिदेशमा ।
मागल जैसिन निरहथ ।
सोचल जैसिन निरहथ बिदेशमा ।
उहमार हम्र युबा हाथमा-हाथ मिलक आघ बर्ह पर्नाबा ।
हमार देश नेपाल किहिन सोर्ग बनाइ पर्नाबा।।
राजेश(राजु) बर्दिया बगनाहा
१ शाहिपुर
हाल मलेशिया
अस्तेहो हजुर गरिबके जिन्दगि, घर छोर्के बिदेश जाइ पर्ना ।
बिहानसे रात सम आनक काममा धाइ पर्ना ।।
कैसिक जिउ अकेलि मै, तोहर बिना जिये नि सेकथु ।
जत्रा भुलाई खोज्लेसेफे ,सपना मा तुहिन किल देख्थु।।
रोजल जैसिन निरह्थ ।
खोजल जैसिन निरहथ बिदेशमा ।
मागल जैसिन निरहथ ।
सोचल जैसिन निरहथ बिदेशमा ।
उहमार हम्र युबा हाथमा-हाथ मिलक आघ बर्ह पर्नाबा ।
हमार देश नेपाल किहिन सोर्ग बनाइ पर्नाबा।।
राजेश(राजु) बर्दिया बगनाहा
१ शाहिपुर
हाल मलेशिया
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