गजल
म्वार मन मन्दिरम बैठाईल बाटु तुँहिन |
डिउटा मान्ख पुजा चलाईल बाटु तुँहिन ||
दिन रात सम्झनाम आख सतिना यीहाँ |
जीना मुना सहारा बनाईल बाटु तुँहिन ||
प्रत्येक दिन हप्ता गन्टी भेट्ना आशलेख |
च्वाख मैया प्रतिफल पाईल बाटु तुँहिन ||
हर पल हर क्षेन साथ देना सद्दभर महि |
मैयक फुलकबारीम सजाईल बाटु तुँहिन ||
रमिता चौधरी मन्जरी
दाङ
म्वार मन मन्दिरम बैठाईल बाटु तुँहिन |
डिउटा मान्ख पुजा चलाईल बाटु तुँहिन ||
दिन रात सम्झनाम आख सतिना यीहाँ |
जीना मुना सहारा बनाईल बाटु तुँहिन ||
प्रत्येक दिन हप्ता गन्टी भेट्ना आशलेख |
च्वाख मैया प्रतिफल पाईल बाटु तुँहिन ||
हर पल हर क्षेन साथ देना सद्दभर महि |
मैयक फुलकबारीम सजाईल बाटु तुँहिन ||
रमिता चौधरी मन्जरी
दाङ
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