थारू भाषा संस्कृति बचाइ अभियान
गजल मुक्तक कविता गीत आदिके मैदान
Tuesday, 29 July 2014
कहिया आइ छावा घर कहथुहि दाइ
थारु भाषा के मुक्तक
कहिया आइ छावा घर कहथुहि दाइ
सद्द म्वार बत्या हेर्ति रहथुहि दाइ ।
मै लाहुर आइबेर लानल ऋनके पथ
रात दिन साहुक बचन सहथुहि दाइ ।
चन्द्र बिबस अनुरागि
डुरुवा ९ ड्वाङ्गपुर
हाल मलेसिया
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