Sunday, 3 August 2014

गाईगुइ -हाला चललई हमार थारु कला संस्कृतिमा

मुक्तक 

गाईगुइ -हाला चललई हमार थारु कला संस्कृतिमा 
समाजमाआगी जरलई हमार थारु कला संस्कृतिमा 

सदीसे सोदाने आपन पहिचानमा निडर हखइकखन 
कुरौटेन त मेख मरलई हमार थारु कला संस्कृतिमा 

लेखक : गोछडा हो गोछडा

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