मुक्तक
गाईगुइ -हाला चललई हमार थारु कला संस्कृतिमा
समाजमाआगी जरलई हमार थारु कला संस्कृतिमा
सदीसे सोदाने आपन पहिचानमा निडर हखइकखन
कुरौटेन त मेख मरलई हमार थारु कला संस्कृतिमा
लेखक : गोछडा हो गोछडा
गाईगुइ -हाला चललई हमार थारु कला संस्कृतिमा
समाजमाआगी जरलई हमार थारु कला संस्कृतिमा
सदीसे सोदाने आपन पहिचानमा निडर हखइकखन
कुरौटेन त मेख मरलई हमार थारु कला संस्कृतिमा
लेखक : गोछडा हो गोछडा
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