मुक्तक
बर बर भुत्ला पाल्ख दादा बन्ना कलक हो!
कानम मुन्द्रा घाल्ख दादा बन्ना कलक हो!!
लौव पाइन्ट फे काट्कुट पार्ख न आप !
२-४ ठाउँ म टाल्ख दादा बन्ना कलक हो!!
यम के कुसुम्या
मानपुर २ दाङ्ग
बर बर भुत्ला पाल्ख दादा बन्ना कलक हो!
कानम मुन्द्रा घाल्ख दादा बन्ना कलक हो!!
लौव पाइन्ट फे काट्कुट पार्ख न आप !
२-४ ठाउँ म टाल्ख दादा बन्ना कलक हो!!
यम के कुसुम्या
मानपुर २ दाङ्ग
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