गजल
हेरइकखन लजइना यी -थरुनीयाक टेणवा डउल
फदकैले हजुर कहना थरुनीयाक फदकावा डउल
चोट लगले जऊ सुम्सुम्यावेके खस्ले त उठावेके
लरम हैने छिदलाहर उ -थरुनीयाक हथवा डउल
एक दिनक रमाइलोमा सदी ढारे लिचकी आवेके
सोदाने अङ्गालो कसेके थरुनीयाक सथवा डउल
आपन काखवाक सिरहनीयामा त केश खेलावेके
यस्ने करल स्वाद स्वाद थरुनीयाक बतवा डउल
हैने देखके हैने सुनके -ककरो साङ्हे हैने डेरावेके
आपसमा सङ्ही हेरइना थरुनीयाक मतवा डउल
यी सबकोरोके हसई -या गोछ्डाके मत्रा भुलावेके
कि बैशालु उमेरवामा त थरुनीयाक जतवा डउल
Gochhada ho Gochhada
हेरइकखन लजइना यी -थरुनीयाक टेणवा डउल
फदकैले हजुर कहना थरुनीयाक फदकावा डउल
चोट लगले जऊ सुम्सुम्यावेके खस्ले त उठावेके
लरम हैने छिदलाहर उ -थरुनीयाक हथवा डउल
एक दिनक रमाइलोमा सदी ढारे लिचकी आवेके
सोदाने अङ्गालो कसेके थरुनीयाक सथवा डउल
आपन काखवाक सिरहनीयामा त केश खेलावेके
यस्ने करल स्वाद स्वाद थरुनीयाक बतवा डउल
हैने देखके हैने सुनके -ककरो साङ्हे हैने डेरावेके
आपसमा सङ्ही हेरइना थरुनीयाक मतवा डउल
यी सबकोरोके हसई -या गोछ्डाके मत्रा भुलावेके
कि बैशालु उमेरवामा त थरुनीयाक जतवा डउल
Gochhada ho Gochhada
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