Tuesday, 25 March 2014

गजल

गजल 

सुरज बर्दियाली(चौधरी)

बाध्यताले प्रदेश बाटुँ,अइबुँ कठुँ कौनो दिन!!
चुहना छान्ही म्वार घर,छइबुँ कठुँ कौनो दिन!!

टुट्ली झोंपरिया देखि मन रुइठ कठि म्वा डाइ,
बनाख सुग्घर महल सुफ्लइबुँ कठुँ कौनो दिन!!

भैया म्वार छोटी बा ले मांगट हिरो साइकल ,
आशाकर बाइकम घुमइबुँ कठुँ कौनो दिन!!

अस्तहक चलटा जिन्दगीक रथ गिर्टी सँवर्टी,
सक्षम होख खुशिक गित गइबुँ कठुँ कौनो दिन!!

बाध्यताले प्रदेश बाटुँ,अइबुँ कठुँ कौनो दिन!!
चुहना छान्ही म्वार घर,छइबुँ कठुँ कौनो दिन!!

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