Saturday, 17 May 2014

अनुराग सायर दह्रीवाला

गजल 
नासुनो गजलमा गलचङंगा हुईजिबो
छोरदेउ पिछामोर तुंह नाङंगा हुईजिबो॥

सब चुसलेम तोहार जवानीक मात
कुछ नाईरहिजाई भिखमङंगा हुईजिबो॥

खुब हरियाईलबा हं तोहार जवानी
झारादेम पतिया सारा डरङंगा हुईजिबो॥

मैयाक लाउ खिवाईम तोहार उप्पर
मई घतोरिया तुंह गङंगा हुईजिबो॥

हर बखत चाही तुहिन मोर साथ
डोरिक सहाराम उरना चङंगा हुईजिबो॥


खाता,बर्दिया नेपाल

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