गजल
नासुनो गजलमा गलचङंगा हुईजिबो
छोरदेउ पिछामोर तुंह नाङंगा हुईजिबो॥
सब चुसलेम तोहार जवानीक मात
कुछ नाईरहिजाई भिखमङंगा हुईजिबो॥
खुब हरियाईलबा हं तोहार जवानी
झारादेम पतिया सारा डरङंगा हुईजिबो॥
मैयाक लाउ खिवाईम तोहार उप्पर
मई घतोरिया तुंह गङंगा हुईजिबो॥
हर बखत चाही तुहिन मोर साथ
डोरिक सहाराम उरना चङंगा हुईजिबो॥
खाता,बर्दिया नेपाल
नासुनो गजलमा गलचङंगा हुईजिबो
छोरदेउ पिछामोर तुंह नाङंगा हुईजिबो॥
सब चुसलेम तोहार जवानीक मात
कुछ नाईरहिजाई भिखमङंगा हुईजिबो॥
खुब हरियाईलबा हं तोहार जवानी
झारादेम पतिया सारा डरङंगा हुईजिबो॥
मैयाक लाउ खिवाईम तोहार उप्पर
मई घतोरिया तुंह गङंगा हुईजिबो॥
हर बखत चाही तुहिन मोर साथ
डोरिक सहाराम उरना चङंगा हुईजिबो॥
खाता,बर्दिया नेपाल
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