मग-मग महकना दौना-बेबरीक अमुल्य हार देउ महि |
थारु भाषाक गीत-बाँस सजना, मैना, धमार देउ महि ||
बर्खामास पानी बुँदा, सजना गीतले खेत्वा चैनार रहना |
तिह्वार पिछे गीत हमार गज़ब मिठ बर्किमार देउ महि ||
माघेम सखिया नाच, दशैं हुर्दुन्ग्वा, भोजेक मागर संगे |
बाह्रैमास बज्ना मिठ, सुहावन मन्द्रक छंकार देउ महि ||
छुटै भाषा हमार, पहिचान फे छुटै, मिल्के रहना समाज |
समाजमे सबजे मन्ना मैगर, मज्जा संस्कार देउ महि ||
---रामचन्द्र---
कैलाली, नेपाल
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