Monday 19 May 2014

Ramdas Tharu

 
~गजल~

साथ बा आस बा सबके हात बा ।
भ्रष्टाचारीन घुस मँग्ना बरे आंत बा ।।

यहर न ओहर नजर बा ओकरेपर ।
आजिक काम कल बनि कहना सबके मात बा ।।

आंजर पांजर हेरो नाई हेरो अपनकील ।
मारो गोली बोलीक सबके यहाँ घात बा।।

सैंतो सक्कुलङसे भरो अपन भुँडी ।
गरिबन मर्ना यहाँ हजार लात बा ।।

कबसम रहबो आँखी तुम्ले कुछ तो अब हेरो ।
कुवाक मेघी कुवाम ना रहो कहना RD क् बात बा ।।

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