~गजल~
साथ बा आस बा सबके हात बा ।
भ्रष्टाचारीन घुस मँग्ना बरे आंत बा ।।
यहर न ओहर नजर बा ओकरेपर ।
आजिक काम कल बनि कहना सबके मात बा ।।
आंजर पांजर हेरो नाई हेरो अपनकील ।
मारो गोली बोलीक सबके यहाँ घात बा।।
सैंतो सक्कुलङसे भरो अपन भुँडी ।
गरिबन मर्ना यहाँ हजार लात बा ।।
कबसम रहबो आँखी तुम्ले कुछ तो अब हेरो ।
कुवाक मेघी कुवाम ना रहो कहना RD क् बात बा ।।
साथ बा आस बा सबके हात बा ।
भ्रष्टाचारीन घुस मँग्ना बरे आंत बा ।।
यहर न ओहर नजर बा ओकरेपर ।
आजिक काम कल बनि कहना सबके मात बा ।।
आंजर पांजर हेरो नाई हेरो अपनकील ।
मारो गोली बोलीक सबके यहाँ घात बा।।
सैंतो सक्कुलङसे भरो अपन भुँडी ।
गरिबन मर्ना यहाँ हजार लात बा ।।
कबसम रहबो आँखी तुम्ले कुछ तो अब हेरो ।
कुवाक मेघी कुवाम ना रहो कहना RD क् बात बा ।।
No comments:
Post a Comment
https://www.facebook.com/tharusahitykekhojji