Friday, 9 May 2014

Budhhi Chaudhari


गजल


पुरान रितिथिती कला सस्किर्ती बचाइ पर्ना बा !
थारुन के परिचय डेना आधार बचाइ पर्ना बा !!

मेर मेर के कला सस्किती गीत बाँस ब हमार !
सजना मैना छोक्रा धमार बचाइ पर्ना बा !!

ओस्त आइल निहो महा दुख कर्ल पुर्खा हुक्र !
पुर्खन्से हमन दिहेल उपहार बचाइ पर्ना बा !!

बिलैटि जैती हम्र पहिचान हमार मेत्जैटी बा !
पहिचान सहित थरुन्के सन्सार बचाइ पर्ना बा!!

पाछ पर्ली पाछ बटि कना सोंच फाक्ख आब्से !
आघ बहर्ना जुझारु बिचार बचाइ पर्ना बा !!

बुद्धिराम चौधरी 
दुरुवा ६ धमकापुर दाङ्ग 
नेपाल 

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