Thursday, 8 May 2014

रामचन्द्र

सजना गीत एक अंस ............

पुर्वसे उमरल बदरी रे...................
सितर, जुर छंहिया ....
गाउँक धनिया हेरती मुस्कि मारै
मोर जियारा लोभावै ......
अरे हो ...
गाउँक धनिया हेरती मुस्कि मारै
मोर जियारा लोभावै ......
टुररररररररररररररररररररर...........

रिमझिम-२..... सावन बरसे रे ................
हेरती मजा लागे .......
गाउँक छैला मुस्की बोली मारै 
मोर जियारा मोहन्यावै.....
अरे हो ...........
गाउँक छैला मुस्की बोली मारै 
मोर जियारा मोहन्यावै...........
हुररररररररररररर...............................क्रमस.....

(साभार करल) 

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मुनुवा-४, कैलाली

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