गजल
मजा कान फे चिर्ख जोग्या बन्तु मै
हर्ड्यार झ्वाला भिर्ख जोग्या बन्तु मै
सद्द भर ठार मुन्ती लगाख नेङ्ना मनै
हुँकनक नजर से गिर्ख जोग्या बन्तु मै
बातक उप्पर केल मैयाँ कर्ना मनैयक
वाकर मैयक म्वाल तिर्ख जोग्या बन्तु मै
मैंगर च्वाखा मैयाँ देनु उह फे छ्वारल उ त
रेस्टुरेन्ट व भट्टी म छिर्ख जोग्या बन्तु मै
Mk kusumya
मानपुर २ दाङ
मजा कान फे चिर्ख जोग्या बन्तु मै
हर्ड्यार झ्वाला भिर्ख जोग्या बन्तु मै
सद्द भर ठार मुन्ती लगाख नेङ्ना मनै
हुँकनक नजर से गिर्ख जोग्या बन्तु मै
बातक उप्पर केल मैयाँ कर्ना मनैयक
वाकर मैयक म्वाल तिर्ख जोग्या बन्तु मै
मैंगर च्वाखा मैयाँ देनु उह फे छ्वारल उ त
रेस्टुरेन्ट व भट्टी म छिर्ख जोग्या बन्तु मै
Mk kusumya
मानपुर २ दाङ
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